भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।। अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई। स्तवं यः प्रभाते नरः शूलपाणे पठेत् सर्वदा भर्गभावानुरक्तः https://franciscocxigx.humor-blog.com/29098798/5-easy-facts-about-shiv-chalisa-lyrics-in-gujarati-described